आवासन और शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आज इंडिया वॉटर पिच-पायलट-स्केल स्टार्टअप चुनौती के परिणामों की घोषणा की। यह चुनौती इस वर्ष मार्च में आरंभ अमृत टू पाइंट जीरो के तहत जारी की गई थी। कुल 2022 प्रविष्टियों में से 76 स्टार्टअप का चयन किया गया है। ये स्टार्टअप जल संरक्षण को प्रोत्साहन देने और पानी की कमी के समाधान के लिए नये-नये विचारों से स्थानीय नगर निकायों और जलापूर्ति विभागों की सहायता करेंगे।
श्री पुरी ने पानी की कमी पर सिटी-स्टार्टअप साझेदारी सम्मेलन में ये परिणाम घोषित किए। यह सम्मेलन आज नई दिल्ली में आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय ने आयोजित किया।
चुने गये स्टार्टअप के नूतन विचारों की सराहना करते हुए श्री पुरी ने कहा कि पिछले आठ वर्ष में स्टार्टअप की स्थापना और यूनिकॉर्न के मामले में भारत ने लम्बा सफर तय कर लिया है। उन्होंने कहा कि देश में 2014 से पहले बहुत कम यूनिकार्न थे। केवल आठ वर्ष में ही यूनिकार्न की संख्या सौ से अधिक हो गई है। इस मामले में भारत, अमरीका के बाद विश्व में दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। श्री पुरी ने कहा कि कोविड महामारी की चुनौती के बावजूद भारत ने स्टार्टअप के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य किया है।